Delhi Gokulpuri Metro Station News: 8 फरवरी, 2024 को, भारत के दिल्ली में गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन पर एक दुखद घटना घटी, जब स्टेशन की चारदीवारी का एक हिस्सा गिर गया, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर हुए हादसे में 53 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसकी पहचान विनोद कुमार के रूप में हुई, और चार अन्य घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। घायलों को तुरंत इलाज के लिए जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया। ढहने से आसपास के कई दोपहिया वाहनों को भी नुकसान पहुंचा।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए प्रभावित व्यक्तियों और उनके परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की। डीएमआरसी ने मृतकों के परिजनों के लिए 15 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 2.5 लाख रुपये और मामूली चोटों वाले व्यक्तियों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, डीएमआरसी ने मृतक के परिवार के लिए 25 लाख रुपये की राहत की घोषणा की।
हादसे के बाद, गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया और मौजपुर और शिव विहार के बीच ट्रेन सेवाओं को एक ही लाइन पर संचालित किया गया। हालांकि, पिंक लाइन के बाकी हिस्सों पर सेवाएं सामान्य रूप से चलती रहीं। ढहने के कारण अधिकारियों की ओर से तत्काल प्रतिक्रिया हुई, मलबे को हटा दिया गया और मामले की जांच शुरू कर दी गई।
इस घटना ने मेट्रो स्टेशन की सुरक्षा और संरचनात्मक अखंडता के बारे में चिंता पैदा कर दी, जिससे अधिकारियों को इसके ढहने के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। डीएमआरसी ने जनता को आश्वासन दिया कि मेट्रो बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे।
गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन ढहने से मेट्रो बुनियादी ढांचे के रखरखाव और सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े हो गए हैं, इसी तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल और नियमित संरचनात्मक मूल्यांकन की आवश्यकता पर बल दिया गया है। अधिकारियों ने मेट्रो के इस हिस्से के ढहने के कारणों का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों को लागू करने के लिए गहन जांच करने का वादा किया है।
इस दुखद घटना ने सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की सुरक्षा में हुई चूक पर प्रकाश डालते हुए मेट्रो में यात्रियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा कर दिया है। यद्यपि डीएमआरसी ने प्रभावित व्यक्तियों और उनके परिवारों को मुआवजा और सहायता प्रदान करने की खोश्ना की है किन्तु यह मामला सिर्फ घायलों को मुआवज़ा देने मात्र से समाप्त नहीं होगा बल्कि इसके पीछे के कारणों और और इसकी अनदेखी करने वाले अधिकारियो को भी पहचान कर दण्डित करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को पहले ही परख कर होने वाले हादसों को रोका जा सके।
You May Like : Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya : जाने फिल्म का बजट, कास्ट और क्यों फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने चलाई अपनी कैंची?